नमस्कार दोस्तों, आपका स्वागत है हमारे एक नए आर्टिकल में जिसमें आपको किसान आंदोलन से संबंधित हर प्रकार की जानकारी दी जाएगी कि किसानों के आंदोलन व धरने करने के पीछे क्या कारण है और इससे उनकी जिंदगी पर किस प्रकार प्रभाव पड़ता है। किसान आंदोलन इतिहास से ही एक बड़ा विषय रहा है क्योंकि न केवल वर्तमान में बल्कि ब्रिटिश शासन के समय से ही किसानों का शोषण होता रहा है जिस कारण किसान समय-समय पर प्रदर्शन तथा धरने करते रहते हैं जिसका देश पर गहरा प्रभाव देखने को मिलता है।
इसलिए अंत तक हमसे जुड़े रहिए ताकि आपको उचित जानकारी प्राप्त हो तथा आप इस प्रकार के आंदोलन के पीछे की वजह को अच्छी तरह समझ सके। किसान आंदोलन से संबंधित यदि आपके मन में कोई प्रश्न है तो उसका हल भी आपको प्राप्त हो सके। किसानों के आंदोलन करने के पीछे कई वजह अथवा कारण हो सकते हैं जो कि हम इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे।
किसान आंदोलन के क्या कारण होते हैं?
किसान आंदोलन आधुनिक समय से ही नहीं बल्कि इतिहास में भी होते आए हैं क्योंकि ब्रिटिश सरकार द्वारा किसानों का अत्यंत शोषण होता था और आधुनिक समय में ब्रिटिश सरकार की जगह लोकतंत्र सरकार ने ले ली है जिस कारण आज भी किसान अपने हक की लड़ाई के लिए आंदोलन तथा धरने करते हैं ताकि उन्हें उनका हक प्राप्त हो सके।
आजकल समाचार तथा अखबार के माध्यम से हम यह देख पा रहे हैं कि किसान कई कारणों की वजह से सरकार के प्रति रोष प्रदर्शन, आंदोलन तथा धरने करते रहते हैं तथा इन सब के पीछे कोई ना कोई कारण अवश्य रहता है। हाल ही में हरियाणा तथा पंजाब के बीच स्थित सीमा पर लंबे समय तक आंदोलन चला जिस कारण न केवल किसान बल्कि पूरे देश पर उस आंदोलन का प्रभाव पड़ा।
वैसे तो देश में आंदोलन के पीछे कई कारण हो सकते हैं परंतु कुछ मुख्य कारण या मांगे हम आपको बता रहे हैं जो इस प्रकार हैं :-
- वर्तमान समय में जो धरने हुए उनमें मुख्य कारण है MSP यानी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य निश्चित होना चाहिए।
- किसानों का ऋण यानी कर्ज पूर्ण रूप से माफ होना चाहिए।
- किसी प्रकार की पर्यावरणीय आपदा के कारण फसल नष्ट होने पर सरकार द्वारा किसानों को मुआवजा देना चाहिए।
- किसानों के लिए शुरू किया गया मनरेगा अर्थात महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत मजदूर को प्रतिदिन ₹700 मजदूरी तथा निश्चित 200 दिन का रोजगार प्राप्त होना चाहिए।
- किसान तथा मजदूरों को उचित पेंशन प्राप्त होनी चाहिए।
- बीज बनाने वाली कंपनियों के उत्पादन में सुधार होना चाहिए ताकि बीज खाद तथा उर्वरक की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सके।
- किसान की यह भी मांग रहती है कि उनके उत्पादन लागत को देखते हुए सरकार द्वारा उन्हें 50% लाभ दिया जाए।
- किसान द्वारा किए गए आंदोलन में जिन व्यक्तियों की मौत हुई उनके परिवार को मुआवजा प्रदान किया जाए।
- किसान आंदोलन के कारण जिन किसानों पर मामला दर्ज हुआ है उसे रद्द किया जाए।
- सरकार द्वारा किसानों की आय में बढ़ोतरी की जानी चाहिए क्योंकि वर्तमान समय में उनकी लागत अधिक तथा आय में कमी होती जा रही है।
- इसके अलावा सामान्य समय में किसान के परिवार में किसी दुर्घटना के कारण मृत्यु होने पर न्याय न मिलने के कारण भी सड़कों पर प्रदर्शन किया जाता है।
इस प्रकार विभिन्न कारण की वजह से किसान का वर्तमान समय में शोषण हो रहा है और उसी के लिए न्याय पाने हेतु वह प्रदर्शन तथा आंदोलन करते हैं ताकि उन्हें इंसाफ मिले तथा उनके हित में फैसला हो सके। वह केवल अपनी आय सुनिश्चित करना चाहता है ताकि वह अपना जीविका निर्वाह अच्छी तरह से कर सकें। इसीलिए किसानों द्वारा की गई सबसे बड़ी मांग यही है कि सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य को सुनिश्चित किया जाए ताकि किसानों की वर्ष भर की मेहनत बेकार न हो तथा उन्हें उनके उत्पादन लागत का उचित दाम प्राप्त हो सके।
प्रदर्शन तथा आंदोलन करने का प्रभाव।
किसान प्रदर्शन तथा आंदोलन केवल इसीलिए कर रहे हैं ताकि उनकी मांगों को सरकार द्वारा पूरा किया जाए तथा उनके हित में फैसला लिया जाए। किसान केवल यही चाहते हैं कि उन्हें उनकी मेहनत करने का फल उचित मिले अर्थात उनको उनके उत्पादन की आय उनकी लागत से अच्छी प्राप्त हो ताकि उन्हें लाभ प्राप्त हो तथा उनके कर्ज को माफ किया जाए क्योंकि वर्तमान समय में उनकी आय से अधिक उनकी लागत खर्च है जिस कारण वह स्वयं का ऋण नहीं चुका सकते है। यदि सरकार उनकी सामान्य मांगों को पूरा कर दे तो आंदोलन करने जैसी हालात देश में पैदा ही नहीं होगी।
हाल ही में किसानों द्वारा किए गए आंदोलन में लंबे समय तक किसान सड़क पर धरना देकर बैठे रहे तथा अनेक किसानों ने अपनी अपनी जान इस आंदोलन के दौरान गवां दी क्योंकि आंदोलन के दौरान किसानों पर अनेक बार लाठी मार्च तथा गोलियां चलाई गई जिस कारण कई युवा किसानों की मृत्यु हुई तथा अनेक व्यक्तियों पर केस भी दर्ज किए गए जिस कारण किसान परिवारों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन आंदोलनों के कारण देश पर विपरीत प्रभाव पड़ता है क्योंकि किसी भी प्रदर्शन तथा धरने के समय सड़कों को रोक दिया जाता है और इसका प्रभाव देश के हर व्यक्ति पर समान रूप से होता है।
Conclusion:-
इस प्रकार हम यह है कह सकते हैं कि इस आंदोलन के कारण न केवल किसानों को बल्कि सरकार को भी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है तथा इसके अलावा कई व्यक्ति इन प्रदर्शनों के कारण अपनी जान तक गवा देते हैं। हमने इस आर्टिकल के माध्यम से किसान आंदोलन के कारणों तथा मांगो के विषय में जाना।इसलिए हम निष्कर्ष में यह कह सकते हैं कि देश के ऊपर इस प्रकार के आंदोलन तथा प्रदर्शनों का गहरे रूप में प्रभाव पड़ता है।
हर प्रकार की जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहिए तथा इस आर्टिकल से संबंधित यदि आपके मन में कोई सुझाव अथवा प्रश्न है तो आप कमेंट करके अवश्य बताएं।
धन्यवाद।